बहुत तेज दिमाग चाहिए….. गलतियाँ नीकालने के लिए । लेकिन एक सुंदर दिल होना चाहिए…. गलतियाँ कबुल करने के लिए ।
Tag: शर्म शायरी
ना किस्सों से
ना किस्सों से और ना किश्तों से.. ये ज़िन्दगी बनती है कुछ रिश्तों से…
मुझसे मिलना है
मुझसे मिलना है तो मिल आके फ़क़ीरों की तरह, मुझसे मिलने के लिए ख़ुद् को सिकन्दर न बना.. !!
झील की चादर पे
झील की चादर पे फैली मौत सी ख़ामोश उदासी देखता हूँ… पानी के इतने पास हूँ पर बिन तेरे ज़िंदगी प्यासी देखता हूँ?
मत जियो उसके लिए
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो | जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये|
एक पुरानी तस्वीर
एक पुरानी तस्वीर जिसमे तुमने बिंदी लगाई है, मै अक्सर उसे रात में चाँद समझ के देख लेता हूँ|
क्यो ना गुरूर करू
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे…. मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!
लगता है आज
लगता है आज ज़िन्दगी कुछ ख़फ़ा है, चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफ़ा है..
सुना है सब
सुना है सब कुछ मिल जाता है दुआ से, मिलते हो ख़ुद… या मांगू ख़ुदा से ।।
झूठ बोलते थे
झूठ बोलते थे कितना, फिर भी सच्चे थे हम ये उन दिनों की बात है, जब बच्चे थे हम !!