उसने कहा हम दिन और रात जैसे है, कभी एक नही हो सकते..!! मैंने कहा आओ शाम को मिलते है….!
Category: कविता
बहुत तेज दिमाग चाहिए…
बहुत तेज दिमाग चाहिए….. गलतियाँ नीकालने के लिए । लेकिन एक सुंदर दिल होना चाहिए…. गलतियाँ कबुल करने के लिए ।
हाथ पकड़ कर
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,तुझपर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा, ना रोते हम यूँ तेरे लिये, अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता !
जब भी हक़ जता कर
जब भी हक़ जता कर देखा, मुझे हदें बता दीं गईं मेरी !!!
आये हो आँखों में
आये हो आँखों में तो कुछ देर तो ठहर जाओ, एक उम्र लग जाती है एक ख्वाब सजाने में…
इकतरफ़ा इश्क़
इकतरफ़ा इश्क़ का अपना ही है मज़ा अपना ही गुनाह है अपनी ही सज़ा
माना कि औरों के
माना कि औरों के जितना मैंने पाया नहीं.. मगर खुश हूँ.. कि खुद को गिरा कर, कुछ उठाया नहीं..!!!
उसने माँगी थी
उसने माँगी थी मुझसे जरा सी दुआ,साथ मैंने ही उसके खुदा कर दिया..!! एक खुदगर्ज़ “ग़ज़ल” नाम जिसको दिया अपनी पहचान दी, उसने मुझको ही सबसे जुदा कर दिया..! उम्रभर साथ चलने का वादा किया,छोड़ तनहा मुझे अलविदा कर दिया..!! एक मंज़िल से भटका मुसाफिर था वो, रास्ते में मिला हमसफ़र बन गया, उसने माँगी… Continue reading उसने माँगी थी
अगर परछाईंया कद से
अगर परछाईंया कद से और बातें औकात से ज्यादा होने…तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने वाला है….
मै रंग हुँ
मै रंग हुँ तेरे चेहरे का…. जितना तू खुश रहेगा उतना ही मै निखरती जाऊँगी.!!