ज़िन्दगी तूने लहू ले के दिया कुछ भी नहीं| तेरे दामन में मेरे वास्ते क्या कुछ भी नहीं| मेरे इन हाथों की चाहो तो तलाशि ले लो, मेरे हाथों में लकीरों के सिवा कुछ भी नहीं| हमने देखा है कई ऐसे ख़ुदाओं को यहाँ, सामने जिन के वो सच मुच का ख़ुदा कुछ भी नहीं|… Continue reading ज़िन्दगी तूने लहू ले के
Category: कविता
सोचा तो नहीं था
ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नहीं था तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं था तेरे लिये रातो में चाँदनी उगाई थी क्यारियों में खुशबू की रोशनी लगाई थी जाने कहाँ टूटी है डोर मेरे ख्वाब की ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीँ था शामियाने शामो के रोज ही सजाएं थे कितनी उम्मीदों के… Continue reading सोचा तो नहीं था
बरसो से कायम है
बरसो से कायम है इश्क अपने उसुलो पे, ये कल भी तकलीफ देता था ये आज भी तकलीफ देता है!!!
तू ज़ाहिर है
तू ज़ाहिर है लफ्जों में मेरे… मैं गुमनाम हूँ खामोंशियों मे तेरी…
आज सुबह सुबह
आज सुबह सुबह मौत बड़े गुस्से में आके मुझसे बोली की “मैं तेरी जान ले लूँगी” मैंने भी कह दिया की जिस्म लेना है तो ले ले जान तो कोई और ले गया है ll
अब मत करो
अब मत करो हमसे…तुम मोहब्बत की बातें, जिन किताबों से तुमने मोहब्बत सीखी है,वो लिखी भी हमने ही थी
आज हम हैं
आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी, जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी, कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने, तब शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी
हद से ज्यादा
हद से ज्यादा बढ चुका है तेरा नजरअंदाज करना; ऐसा सलूक ना करो कि हम भूलने पर मजबूर हो जाये…
मैं सदा बेतरतीब
मैं सदा बेतरतीब और बेहिसाब ही रहता हूँ, उलझी-उलझी सी जिंदगी मुझे पसंद है शायद…
मैं पसंद करता हूँ
मैं पसंद करता हूँ उन लोगो को… जो मुझे पसंद नहीं करते…!!!