एक ही शहर से इतने जनाज़े., हसीनाओ पे कोई पाबंदी लगाओ
Category: Urdu Shayri
Saare Maikhane Ki
Hamari Kahani Sun Saki Ki Bhi Aankhon Main Aansoo Aa Jate Hain, Saare Maikhane Ki Sharab Peekar Bhi Hum Nashe Main Nahi Aate Hain, Kya Karein Saki Ab To Itni Jyada Peene Lage Hain, Kay Hum Maikhane Main Bhi Darwaje Se Lauta Diye Jate Hain…
परवाह मत कीजिये
रास्ता ‘खूबसूरत’ है तो पता कीजिये.. किस ‘मंज़िल’ की तरफ जाता है! लेकिन, अगर ‘मंज़िल’ खूबसूरत हो तो कभी रास्ते की ‘परवाह’ मत कीजिये |
मेरे जख्मों को
आतिश ए राख हूँ बेशक बुझा बुझा सा लगता हूँ मैं…. मेरे जख्मों को हवा मत देना जमाना फूंक सकता हूँ मैं…
ज़िंदगी में शामिल हो
सुनो तुम मेरी ज़िंदगी में शामिल हो ऐसे, – – मंदिर के दरवाज़े पर मन्नत के धागे हों जैसे..!!
झूठ बोलते हो
जाने कितने झूले थे फाँसी पर, कितनो ने गोली खायी थी क्यों झूठ बोलते हो साहब , की चरखे से आजादी आई थी
इश्क का नाम
ऐ उम्र ! कुछ कहा मैंने, पर शायद तूने सुना नहीँ.. तू छीन सकती है बचपन मेरा, पर बचपना नहीं..!! हर बात का कोई जवाब नही होता हर इश्क का नाम खराब नही होता… यु तो झूम लेते है नशेमें पीनेवाले मगर हर नशे का नाम शराब नही होता… खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते… Continue reading इश्क का नाम
रूह में महकता है
तेरा इश्क़ जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है, तुम दूर हो कर भी तब कितने क़रीब लगते हो…
चढ़ने दो अभी
चढ़ने दो अभी और ज़रा वक़्त का सूरज हो जायेंगे छोटे जो अभी साये बड़े हैं ।
इन्तजार करना जानते
जो सब्र के साथ इन्तजार करना जानते हैं, उनके पास हर चीज किसी न किसी तरीके से पहुंच जाती है ।।