तुम जिंदगी का वो हिस्सा हो जो कभी भर नहीं सकता
Category: 2 Line Shayri
मत पूछ वज़ह
मत पूछ वज़ह…तु पसंद हैं बेवज़ह…
तू जुल्फे सँवारने
तू जुल्फे सँवारने में लगी थी और मैं जिंदगी
एक ख्वाब है
तेरा होना एक ख्वाब है तेरा न होना एक हकीकत
हम ख़ुशबू जैसे
हम ख़ुशबू जैसे लोग है, बस बिखरे-बिखरे रहते हैं.
मै लिखता हूँ
मै लिखता हु शिकायते तेरी तु पढ़ती है मोहब्बत मेरी॥
सपने बेच दिये..
भूख मिटाने की खातिर, हमने सपने बेच दिये…?
जनाब बरसों में
आप आये जनाब बरसों में हमने पी है शराब बरसों में
छोड़ा भी हमें ।
क्या खूब मोहब्बत की तुमने तोड़ा भी हमें छोड़ा भी हमें ।।।
लकीर नहीं हूँ मैं
इंसान हूँ, तहरीर नहीं हूँ मैं । पत्थर पे लिखी लकीर नहीं हूँ मैं ।। मेरे भीतर इक रूह भी बसती है लोगों सिर्फ़ एक अदद शरीर नहीं हूँ मैं ।।