सारे सुने सुनाये है

लफ्ज़ तो सारे सुने सुनाये है,अब तु मेरी ख़ामोशी में ढुँढ जिक्र अपना..

तुम आँख कि बरसात

तुम आँख कि बरसात बचाए हुए रखना…. कुछ लोग अभी….आग लगाना नही भुले

दिल के सच्चे कुछ

दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते है, मामूली शब्दों में ही सही,कुछ खास लिखते हैं|

कभी नूर-ओ-रँग

कभी नूर-ओ-रँग भरे चेहरे से इन घनी जुल्फोँ का पर्दा हटाओ,जरा हम भी तो देखेँ, आखिर चाँद होता कैसा है….!!!

न पूछा कर

न पूछा कर औरो से हाल मेरा.. .ए बेवफा .., इतनी ही फ़िक्र होती तो ..तू साथ होती.. तेरी यादे नहीं…

इतना भी दर्द ना दे

इतना भी दर्द ना दे ऐ ज़िन्दगी ….. भरोसा ही किया था.. कोई कत्ल तो नही ..

जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता

जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले हों !!

भुजाओं की ताकत

भुजाओं की ताकत खत्म होने पर, इन्सान हथेलियों में भविष्य ढूंढता है।

ईलाज न ढूँढ

ईलाज न ढूँढ इश्क का वो होगा हीं नहीं ,ईलाज मर्ज का होता है ईबादत का नहीं !

बहुत कमियाँ निकालते हैं

बहुत कमियाँ निकालते हैं हमदूसरों में अक्सर….!! आओ एक मुलाक़ात ज़रा आईने से भी कर ले…

Exit mobile version