कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी

कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी , कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ…..!!

बेरंग लिफाफों में लिपटे खत

बेरंग लिफाफों में लिपटे खत,खतों में लेखक के हिस्से हैं, फाड़ कर फेंक देना इन्हें ये इश्क़ के झूठे किस्से हैं…!!!

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों

कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता, बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी, देखूँ तो सही, बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!

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