रुलाने मेँ अक्सर

रुलाने मेँ अक्सर उन्हीँ का हाथ होता है जो …कहते… हैँ तुम हँसते हुए अच्छे लगते हो_____!!

लगे है जैसे

लगे है जैसे खूबसूरत शमा पर -ज़ोर है , ढूंढा तोह पाया आपकी है ये मिठास जो आज के दिन एक चॉकलेट की तरह … मीठी और छायी हर और है .. चॉकलेट का मीठा दिन मुबारक हो

काम जरूर करना

अगर मरने के बाद भी जीना चाहो तो एक काम जरूर करना…… पढने लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना…

इज़हार कर गयी…!!

एक मैं था जो थक गया, लफ्ज़ ढूंढ-ढूंढ कर,, एक वो थी जो खरीदे हुए गुलाब देकर इज़हार कर गयी…!!

zulfon ne kiya

Baarha khwaab me Paa kar mujhe pyaasa sa.. Oski zulfon ne kiya raqs ghataaon jeisa..!

तुम्हें ग़ैरों से कब

तुम्हें ग़ैरों से कब फुर्सत हम अपने ग़म से कब ख़ाली चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली.

मैं डूबता हूँ

ना जाने किसकी दुआओं का फैज़ है मुझपर, मैं डूबता हूँ और दरिया उछाल देता है..

शर्म आती है

जब कभी खुद की हरकतों पर शर्म आती है ….. चुपके से भगवान को भोग खिला देता हूँ …..

यूँ ना देखा

यूँ ना देखा करो ….खुदा के लिए , मोहब्बत बढ़ गई तो मुसीबत हो जाएगी…

दिल का राज है

दिल का राज है लेकिन तुम्है बतला रहा हूँ मैँ “” “” जिसे खुद भी नही मालुम उसी को चाह रहा हूँ…

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