बहुत करीब से

बहुत करीब से अंजान बन के गुज़रे हैं वो…. जो बहुत दूर से पहचान लिया करते थे…..

मौला तू भी

मौला तू भी कमाल करता है। आँखे ब्लैक & व्हाइट देता है। और ख़्वाब रंगीन दिखाता है ।

मिली है अगर

मिली है अगर जिंदगी तो मिसाल बन कर दिखाइये… वर्ना इतिहास के पन्ने आजकल रिश्वत देकर भी छपते है|

या तो क़ुबूल कर

या तो क़ुबूल कर,मेरी कमज़ोरियों के साथ या छोड़ दे मुझे, मेरी तनहाइयों के साथ|

जिसको जो कहना

जिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता है, ये वक्त-वक्त कि बात है साहब, सबका वक्त आता है..

उस के सिवाय

उस के सिवाय किसी और को चाहना मेरे बस मैं है ही नही, ये दिल उसका है, अपना होता तो बात और थी.|

साँसों का टूट जाना

साँसों का टूट जाना तो दस्तूर है… कुदरत का…… जिस मोड़ पर अपने बदल जाये…. उसे मौत कहते है.

साथ अगर दोगे तो

साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर, प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर, कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में, आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।

कोई नही आएगा

कोई नही आएगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा, एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता…….. ।।

लोग कहते हैं..

लोग कहते हैं… नफ़रत ख़राब चीज़ है..! तो मोहब्बत ने कौनसा झूला झुलाया है मुझे..!!

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