अगर फुर्सत के लम्हों मे आप मुझे याद करते हो तो अब मत करना.. क्योकि मे तन्हा जरूर हुँ, मगर फिजूल बिल्कुल नही…
Category: Bewafa Shayri
मुझ पर इलज़ाम झूठा है
मुझ पर इलज़ाम झूठा है मोहब्बत की नहीं थी हो गयी थी|
वो रूह में
वो रूह में उतर जाये तो पा ले मुझको इश्क़ के सौदे मैं जिस्म नहीं तौले जाते|
हिचकियों में वफ़ा को
हिचकियों में वफ़ा को ढूँढ रहा था मैं..! कमबख्त गुम हो गई…दो घूँट पानी से .. !!
रिश्ता बेवफाई से
जरुरी नहीं हर रिश्ता बेवफाई से ही खत्म हो,,,, कुछ रिश्ते किसी की ख़ुशी के लिए भी खत्म करने पड़ते है !!
खतावार समझेगी दुनिया
खतावार समझेगी दुनिया तुझे .. अब इतनी भी ज्यादा सफाई ना दे
तुम्हारी क़िताबों में
तुम्हारी क़िताबों में कोई नशा है क्या, पढते पढते सो जाती हो |
हमारी आरजूओं ने
हमारी आरजूओं ने हमें इंसान बना डाला; वरना जब जहां में आये थे, बन्दे थे खुदा के
रास्ते बन जाते है
हुनर का दरिया है हम. …. जिस तरफ मुँह करले …. रास्ते बन जाते है ।।।
मेरे करीब आते है
मै जानता हूँ वा कयाें ऱूठ जाते है, वाे ईस तरीके से भी मेरे करीब आते है..!!