तू बदल गई है।

तेरी तलाश में निकलू भी तो कैसे…तू बदल गई है।बिछड़ी होती तो और बात थी।।

उम्र भर सोचा किए कर लेंगे

उम्र भर सोचा किए कर लेंगे तौबा एक दिन मौत यूं आई के तौबा रह गई हम चल दिए

सुबह सुबह चूम लिया

सुबह सुबह चूम लिया नींद भरी आँखों को, तू ये बता, “अब सुला रहा हैं की जगा रहा हैं..??”

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