तेरी तलाश में निकलू भी तो कैसे…तू बदल गई है।बिछड़ी होती तो और बात थी।।
Category: Bewafa Shayri
उम्र भर सोचा किए कर लेंगे
उम्र भर सोचा किए कर लेंगे तौबा एक दिन मौत यूं आई के तौबा रह गई हम चल दिए
सुबह सुबह चूम लिया
सुबह सुबह चूम लिया नींद भरी आँखों को, तू ये बता, “अब सुला रहा हैं की जगा रहा हैं..??”