कैसे जिंदा रहेगी तहज़ीब सोचिये ! , पाठशाला से ज्यादा तो मधुशाला हैं इस शहर मे….
Category: जिंदगी शायरी
पूरी दुनिया खोज लो
पूरी दुनिया खोज लो हमसे बड़ा न वीर हमने खुद ही डाल लीं पांवों में जंजीर
देख कर उसकी आँखो में
देख कर उसकी आँखो में अपने नाम की मायूसी… दिल रोया तो नहीँ पर फ़िर कभी हँसा भी नहीँ…
दिल के जख्म
दिल के जख्म को चेहरे से…. जाहिर न होने दिया, यही जिन्दगी में…… मेरे जीने का अंदाज बन गया..
सुबह को कुछ है
सुबह को कुछ है और शाम को है कुछ और, गरीब की तकलीफ़ें अब अमीरों के लिबास जैसी है।
जिनको हासिल नहीं
जिनको हासिल नहीं वो जान देते रहते हैं जिनको मिल जाऊं वो सस्ता समजने लगते हैं !!
दौड़ती भागती दुनिया
दौड़ती भागती दुनिया का यही तोहफा है, खूब लुटाते रहे अपनापन फिर भी लोग खफ़ा है..!!
न जाने इतनी मोहब्बत
न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आ गयी उस अजनबी के लिए..!! की मेरा दिल भी उसकी खातिर अक्सर मुझसे रूठ जाया करता हे ..!!
तुझे भुलाने को
तुझे भुलाने को एक पल चाहिए.. वो पल जिसे मौत कहते हैं लोग….
हम इश्क के
हम इश्क के फ़कीर प्यारे छीनकर ले जायेंगे… दिल की धड़कने तुम्हारी