तू पंख ले ले

तू पंख ले ले और मुझे सिर्फ हौंसला दे दे, फिर आँधियों को मेरा नाम और पता दे दे !!

हम निगाहों में थे

उसके तेवर समझना भी आसां नहीं बात औरों की थी, हम निगाहों में थे

तेरे शहर में

तेरे शहर में आने को हर कोई तरसता है लेकिन वो क्या जाने वहां कोई नही पहुँचता है जो पहुँचता है वो तुझसा ही होकर कोई खुद सा वहां कब पहुँचता है ये तो कुछ शब्दों का भ्रम जाल है इन मंदिर में रखी किताबो का जो हर कोई तुझसे मिलने को तरसता है खुल… Continue reading तेरे शहर में

वक़्त बड़ा धारदार होता है

वक़्त बड़ा धारदार होता है, कट तो जाता है मगर काटने के बाद।

दुआएं रद्द नही होती

दुआएं रद्द नही होती बस बेहतरीन वक्त पे कबूल होती है…..

लालच दोनो का था

लालच दोनो का था…एक-दुसरे से.. उसने वक्त बिताना चाहा और मैंने जिन्दगी..

न रहनुमाओं की

न रहनुमाओं की मज्लिस में ले चलो मुझको मैं बे-अदब हूँ हँसी आ गई तो क्या होगा ?

समझ लेता हूँ

समझ लेता हूँ मीठे लफ्जों की कडवाहटें.. हो गया है अब जिंदगी का तजुर्बा थोडा बहुत..

तुम रुक ही जाओ

सुनो…तुम रुक ही जाओ ना मेरे पास, हमेशा के लिए; यूँ रोज़ आने-जाने में साहब, वक़्त बहुत लगता है !!

ये कहकर वापस कर दिया

दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया… दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!

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