एक सिक्का उछालना

कभी हमारी दोस्ती के बारे में शक हो तोअकेले में एक सिक्का उछालना…..अगर हेड आया तो हम दोस्त और टेल आया तो पलट देना यार अकेले में कौन देखता है……..

बहुत लोग यहाँ

आईना ख़ुद को समझते है बहुत लोग यहाँ ….. आईना कौन है उनको दिखाने वाला..

कामयाब लोग

कामयाब लोग ” अपने फेसले ” से दुनिया बदल देते हे !! और नाकामयाब लोग दुनिया के डर से “अपने फेसले ” बदल लेते हे !!

इंतजार कर रहा हूँ

थोडा उत्सुक हूँ ,थोडा डर रहा हूँ । तेरे आने का इंतजार कर रहा हूँ । उछाल कर के सिक्का ख्वाबों का । मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ ।

उलझा हुआ हूँ

उलझा हुआ हूँ अभी तक उसकी बातों में, लफ्ज उसके बहुत घुँघराले है….!!!

लफ्ज़ो से तरावट

लफ्ज़ो से तरावट जा नही सकती, लहज़े में बनावट आ नही सकती, ये सिला है माँ बाँप की दुआओ का “साहिल”, तेरे कामों में कभी रुकावट आ नही सकती ।।

मेरी आँखों के जादु

मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो , हम उसे भी जीना सिखा देते हैं जिसे मरने का शौक हो ।

Rishton ki dhoop

Rishton ki dhoop chaaon se azaad hogye .. Ab toh humein b saarey sabaq yaad hogye..

जिक्र होता है

जिक्र होता है जब कहीं मुहब्बत का तेरा नाम हौले से लेकर मेरे लब मुस्कुराते हैं

याद करता होगा

याद करता होगा वो मुझे…. मेरे दिल से ये वहम क्यों नहीं जाता.!!!

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