लफ्ज़ो से तरावट जा नही सकती,
लहज़े में बनावट आ नही सकती, ये सिला है माँ बाँप की दुआओ का
“साहिल”,
तेरे कामों में कभी रुकावट आ नही सकती ।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
लफ्ज़ो से तरावट जा नही सकती,
लहज़े में बनावट आ नही सकती, ये सिला है माँ बाँप की दुआओ का
“साहिल”,
तेरे कामों में कभी रुकावट आ नही सकती ।।