वो लम्हा ज़िन्दगी का बड़ा अनमोल होता है जब तेरी यादें, तेरी बातें , तेरा माहौल होता है |
Tag: दर्द शायरी
कैसे सबूत दूँ
कैसे सबूत दूँ तुझे मेरी मोहब्बत का…?? फूलों की महक देखनी हो….. तो जज़्बात की निग़ाह चाहिये….!!
इस मुक़द्दर की
इस मुक़द्दर की सिर्फ़ मुझसे ही अदावत क्यूँ हैं… गर मुहब्बत है तो मुझे तुझसे ही मुहब्बत क्यूँ है…
मत दो मुझे खैरात
मत दो मुझे खैरात उजालों की… … आज तक उस थकान से दुख रहा है बदन, … पर तुमसे करीब मेरे कोई नही है ये बात तुम भी कभी न भूलना…
दूर – दूर भगते फिरें
दूर – दूर भगते फिरें, जो हैं ख़ासम – ख़ास। सभी व्यंजनों की हुई, गायब आज मिठास।।
मुझे मालूम है
मुझे मालूम है ऐसा कभी मुमकिन ही नहीं, फ़िर भी हसरत रहती है कि तुम याद करोगे|
मैं ठहर गया
मैं ठहर गया वो गुज़र गया वो क्या गुज़रा,सब ठहर गया..
बेरुखी कभी किसी को
बेरुखी कभी किसी को जीत नही सकती, मौहब्बत सच्ची हो तो छोड़ जाने वाले भी लौट आते है !!
आजाद कर दो
आजाद कर दो उन्हे जो रिश्तो को मजाक समझते है आजाद कर दो उन्हे जिनकी फितरत धोखा और फरेब है|
तहजीब की मिसाल
तहजीब की मिसाल गरीबो के घर पे है, दुपट्टा फटा हुआ है फिर भी उनके सर पर है।।