बदल जाओ वक़्त के साथ या फिर वक़्त बदलना सीखो , मजबूरियो को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो !!
Tag: दर्द शायरी
मेरी ख़्वाहिश है
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ… माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ..
उसकी जब मर्जी होती है
उसकी जब मर्जी होती है वो हम से बात करती हैं. पर हमारा पागलपन तो देखो हम फिर भी पूरा दिन उसकी मर्जी का इंतजार करते हैं.
मिलन की रुत से
मिलन की रुत से मुहोब्बत को तराशने वालों, अकेले बैठ के रोना भी प्यार होता हैं..!!
कदर कर लो
कदर कर लो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते हैं… दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है..!
दोहरी हुकूमत जताना
दोहरी हुकूमत जताना कोई तुमसे सीखे, खुद तो बात करेंगे नहीं……. उस पर मेरा रूठना भी बर्दाश्त नहीं ।।
जिंदगी जख्मो से
जिंदगी जख्मो से भरी हैं वक़्त को मरहम बनाना सीख लो , हारना तो मौत के सामने फिलहाल जिंदगी से जीतना सीख लो…
जिंदगी की किताब
जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है, कुछ अपने, कुछ बेगाने होते है, प्यार से सँवर जाती है ज़िंदगी, बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है|
एहसान ये रहा मुझ पर
एहसान ये रहा मुझ पर तोह़मत लगाने वालों का उठती उँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया!!
ख़ता ये हुई
ख़ता ये हुई,तुम्हे खुद सा समझ बैठे जबकि,तुम तो…‘तुम’ ही थे