देख कर उसको

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,….. नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी|

नाराज़ है वो

कुछ इस तरह से नाराज़ है वो हमसे, जैसे उन्हे किसी और ने मना लिया हो|

मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं

कौन कहता है के मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं होते, रास्ते गवाह है, बस कमबख्त गवाही नहीं देते ।।

मोहलत लेकर आयेंगे

वादा करते हैं दोस्ती निभाएंगे कोशिश यही रहेगी तुझे ना सताएँगे ज़रूरत पड़े तो दिल से पुकार ना मर भी रहे होंगे तो मोहलत लेकर आयेंगे

जीत नहीं सकते

जीवन में हर जगह हम जीत चाहते हैं सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है, जहाँ हम कहते हैं कि हार चाहिए क्यों कि हम भगवान से जीत नहीं सकते.

रुलाने मेँ अक्सर

रुलाने मेँ अक्सर उन्हीँ का हाथ होता है जो …कहते… हैँ तुम हँसते हुए अच्छे लगते हो_____!!

लगे है जैसे

लगे है जैसे खूबसूरत शमा पर -ज़ोर है , ढूंढा तोह पाया आपकी है ये मिठास जो आज के दिन एक चॉकलेट की तरह … मीठी और छायी हर और है .. चॉकलेट का मीठा दिन मुबारक हो

काम जरूर करना

अगर मरने के बाद भी जीना चाहो तो एक काम जरूर करना…… पढने लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना…

कितना मुश्किल है

कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को .. !! जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे .. !!

चिन्ता और असफलताएँ

आत्मबल जिनके अन्दर होता है उनके सामने बीमारियाँ ,चिन्ता और असफलताएँ हार जाती है पर आत्मबल प्रभु भक्ति से हीआता है”

Exit mobile version