मेरी तो बस एक छोटी सी ख्वाहिश है, की तुम्हारी कोई ख्वाहिश अधूरी ना रहे…
Category: Heart Touching Shayri
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम असल में उन्ही से रिश्ते गहरे होते हैं…
धुप से जल कर
धुप से जल कर मरा है वो, कमबख्त चाँद पर कविताएँ लिखता था..!!
दोनों हाथों से
दोनों हाथों से लूटती है हमें , कितनी ज़ालिम है तेरी अंगड़ाई…!
बड़े अजीब हैं
बड़े अजीब हैं ये जिन्दगी के रास्ते, अनजाने मोड़ पर कुछ लोग दोस्त बन जाते हैं. मिलने की खुशी दें या न दें, बिछड़ने का गम जरुर दे जाते हैं…!!
अगर फुर्सत के लम्हों मे
अगर फुर्सत के लम्हों मे आप मुझे याद करते हो तो अब मत करना.. क्योकि मे तन्हा जरूर हुँ, मगर फिजूल बिल्कुल नही…
कभी यूँ भी
कभी यूँ भी हुआ है हंसते-हंसते तोड़ दी हमने… हमें मालूम नहीं था जुड़ती नहीं टूटी हुई चीज़ें..!!
मुझ पर इलज़ाम झूठा है
मुझ पर इलज़ाम झूठा है मोहब्बत की नहीं थी हो गयी थी|
हिचकियों में वफ़ा को
हिचकियों में वफ़ा को ढूँढ रहा था मैं..! कमबख्त गुम हो गई…दो घूँट पानी से .. !!
बात हुई थी
बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की.. बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गए..