Hamari Kahani Sun Saki Ki Bhi Aankhon Main Aansoo Aa Jate Hain, Saare Maikhane Ki Sharab Peekar Bhi Hum Nashe Main Nahi Aate Hain, Kya Karein Saki Ab To Itni Jyada Peene Lage Hain, Kay Hum Maikhane Main Bhi Darwaje Se Lauta Diye Jate Hain…
Category: व्यंग्य शायरी
परवाह मत कीजिये
रास्ता ‘खूबसूरत’ है तो पता कीजिये.. किस ‘मंज़िल’ की तरफ जाता है! लेकिन, अगर ‘मंज़िल’ खूबसूरत हो तो कभी रास्ते की ‘परवाह’ मत कीजिये |
झूठ बोलते हो
जाने कितने झूले थे फाँसी पर, कितनो ने गोली खायी थी क्यों झूठ बोलते हो साहब , की चरखे से आजादी आई थी
इश्क का नाम
ऐ उम्र ! कुछ कहा मैंने, पर शायद तूने सुना नहीँ.. तू छीन सकती है बचपन मेरा, पर बचपना नहीं..!! हर बात का कोई जवाब नही होता हर इश्क का नाम खराब नही होता… यु तो झूम लेते है नशेमें पीनेवाले मगर हर नशे का नाम शराब नही होता… खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते… Continue reading इश्क का नाम
समझाना मुश्किल हो जाये
जहाँ दूसरे को समझाना मुश्किल हो जाये, वहाँ खुद को समझा लेना बहतर होता है ।
रूह में महकता है
तेरा इश्क़ जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है, तुम दूर हो कर भी तब कितने क़रीब लगते हो…
भटकने पर मजबूर
हालात कर देता है भटकने पर मजबूर…………….. घर से निकला हुआ हर शख्स आवारा नही होता ………….
ख़ामोशी फितरत हमारी
समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितने फसाद होते, हकीक़त हो जाते ख्वाब सारे तो सोचो कितने फसाद होते.. किसी के दिल में क्या छुपा है बस ये खुदा ही जानता है, दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितने फसाद होते.. थी ख़ामोशी फितरत हमारी तभी तो बरसों निभा गई, अगर हमारे मुंह में भी… Continue reading ख़ामोशी फितरत हमारी
मेरी मुस्कान पर
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर; मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की; जब जहाँ जो मिला, अपना लिया – जो न मिला, उसकी ख्वाहिश न की…!!!
जिंदगी देकर भी
खरीद सकते उन्हें तो अपनी जिंदगी देकर भी खरीद लेते , पर कुछ लोग “कीमत” से नही “किस्मत” से मिला करते हैं…