इसे सामान-ए-सफ़र मान, ये जुगनू रख ले, राह में तीरगी होगी, मेरे आंसू रख ले, तू जो चाहे तो तेरा झूठ भी बिक सकता है, शर्त इतनी है के सोने का तराजू रख ले, वो कोई जिस्म नही है जिसे छु भी सके, अगर नाम ही रखना है तो खुशबु रख ले, तुझको अनदेखी बुलंदी… Continue reading एहतियातन मेरी हिम्मत
Category: प्रेरणास्पद कविता
दिल के उजले
दिल के उजले कागज़ पर हम कैसा गीत लिखें बोलो तुमको ग़ैर लिखें या अपना मीत लिखें नीले अम्बर की अंगनाई में तारों के फूल मेरे प्यासे होटों पर है अंगारों के फूल इन फूलों को आख़िर अपनी हार या जीत लिखें कोई पुराना सपना दे दो और कुछ मीठे बोल लेकर हम निकले हैं… Continue reading दिल के उजले
बुझने लगी हो
बुझने लगी हो आंखे तेरी, चाहे थमती हो रफ्तार उखड़ रही हो सांसे तेरी, दिल करता हो चित्कार दोष विधाता को ना देना, मन मे रखना तू ये आस “रण विजयी” बनता वही, जिसके पास हो “आत्मविश्वास”
मुमकिन नहीं की
कोई तो लिखता होगा इन कागजों और पत्थरों का भी नसीब । वरना मुमकिन नहीं की कोई पत्थर ठोकर खाये और कोई पत्थर भगवान बन जाए । और कोई कागज रद्दी और कोई कागज गीता और कुरान बन जाए ।।
नफ़रत फैलाने वाला
ना हिंदू बुरा है, ना मुसलमान बुरा है, ना गीता बुरी है, ना कुरान बुरा है, ना खुदा बुरा है, ना भगवान बुरा है, नफ़रत फैलाने वाला, हर शैतान बुरा है..!!
अपनी कोशिश को
सफलता कभी भी ‘पक्की’ नहीं होती, तथा असफलता कभी भी ‘अंतिम’ नहीं होती !! इस लिए अपनी कोशिश को, तब तक जारी रखो, जबतक आपकी ‘ जीत ‘, एक ‘इतिहास’ ना बन जाये!!
नतीजो को इनाम
दुनिया सिर्फ नतीजो को इनाम देती कोशिशो को नही.
मेरा है मुझमें
अलग दुनिया से हटकर भी कोई दुनिया है मुझमें, फ़क़त रहमत है उसकी और क्या मेरा है मुझमें. मैं अपनी मौज में बहता रहा हूँ सूख कर भी, ख़ुदा ही जानता है कौनसा दरिया है मुझमें. इमारत तो बड़ी है पर कहाँ इसमें रहूँ मैं, न हो जिसमें घुटन वो कौनसा कमरा है मुझमें. दिलासों… Continue reading मेरा है मुझमें
कह दो अंधेरों
कह दो अंधेरों से कही और घर बना लें, मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है.
बुरा मान गये!
गले से उन को लगाया तो बुरा मान गये! यूँ नाम ले के बुलाया तो बुरा मान गये! ये हक़ उसी ने दिया था कभी मुज को लेकिन; जो आज प्यार जताया तो बुरा मान गये! जो मुद्द्तों से मेरी नींद चुरा बैठे है; में उस के ख्वाब में आया तो बुरा मान गये! जब… Continue reading बुरा मान गये!