मुझसे मिलना है

मुझसे मिलना है तो मिल आके फ़क़ीरों की तरह, मुझसे मिलने के लिए ख़ुद् को सिकन्दर न बना.. !!

मत जियो उसके लिए

मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो | जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये|

यूँ चुराकर नही

यूँ चुराकर नही लाया करते दुसरो की शेर-ओ शायरी को कुछ अपने लफ़्ज़ों पर भी तो एतबार रखिये|

लगता है आज

लगता है आज ज़िन्दगी कुछ ख़फ़ा है, चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफ़ा है..

झूठ बोलते थे

झूठ बोलते थे कितना, फिर भी सच्चे थे हम ये उन दिनों की बात है, जब बच्चे थे हम !!

जहाँ हमारा स्वार्थ

जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता हे, वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती हे..

मुद्दत हो गयी

मुद्दत हो गयी, कोइ शख्स तो अब ऐसा मिले…!!! बाहर से जो दिखता हो, अन्दर भी वैसा ही मिले..

आशिक था एक

आशिक था एक मेरे अंदर, कुछ साल पहले गुज़र गया..!! अब कोई शायर सा है, अजीब अजीब सी बातें करता है…

जो आसानी से

जो आसानी से मिले वो है धोखा; जो मुश्किल से मिले वो है इज्ज़त; जो दिल से मिले वो है प्यार। और जो नसीब से मिले वो हैं आप।

नजाकत तो देखिये

नजाकत तो देखिये, की सूखे पत्ते ने डाली से कहा, चुपके से अलग करना वरना लोगो का रिश्तों से भरोसा उठ जायेगा !!

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