आखों में आंसू

एक बुढा व्यक्ति अपना मोबाईल लेकर रिपेयरिंग की दुकान पर गया और दिखाया. रिपेयरिंग वाले ने कहा: यह बिलकुल ठीक काम कर रहा है वृद्ध की आखों में आंसू आ गये बोला : फिर इसमें मेरे बच्चो के फोन क्यों नही आते?

आँखों की मस्तियों

आँखों की मस्तियों से आलम का दिल चुरा ले तेरा बस चले तो हमदम दुनिया को तू झुका ले…

गलती इतनी हुई

गलती इतनी हुई की तुझें जान से ज्यादा चाहने लगे हम क्या पता था की मेरी इतनी परवाह तुझें लापरवाह कर देगी!

कृपया ध्यान दें

कृपया ध्यान दें गाडी चलाते समय सौन्दर्य दर्शन ना करें अन्यथा देवदर्शन हो सकते हैं।

हम जिंदगी की

हम जिंदगी की भागदौड़ मे इतने लीन हो गए पता ही नहीं चला गोलगप्पे कब 10 के तीन हो गए…

उजालो के बावजूद

बड़ी ‘अजीब’ सी है शहरो की रोशनी… उजालो के बावजूद चेहरे ‘पहचानना’ मुश्किल है !!

इज़हार-ए-इश्क

इज़हार-ए-इश्क करो उस से, जो हक़दार हो इसका,, बड़ी नायाब शय है ये इसे ज़ाया नहीं करते…..

ये वक़्त बेवक़्त

ये वक़्त बेवक़्त मेरे ख्यालों में आने की आदत छोड़ दो तुम…., कसूर तुम्हारा होता है और लोग मुझे आवारा कहते है….।

गीत संगीत बगैर

सुना है, गीत संगीत बगैर सीखे नही आते..! न जाने माँ फिर भी लोरी इतने सुर मे कैसे गाती है….

Ab tum mujhe

Ab tum mujhe yaad nahi aty.. Ab tum mje yaad ho gaye ho..

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