ज़िन्दगी के हाथ

ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते लेकिन, कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है !!

अच्छा हुआ तूने

अच्छा हुआ तूने ठुकरा दिया मुझे प्यार चाहिए था तेरा एहसान नही !!

मैं इसे इनाम समझूँ

मैं इसे इनाम समझूँ या सजा का नाम दूँ , उंगलियाँ कटते ही तोहफे में अंगूठी मिल गयी …

शब्दों को अधरों पर

शब्दों को अधरों पर रखकर दिल के भेद ना खोलो, मैं आँखों से सुन सकता हूँ तुम आँखों से बोलो।

कोई पूछे मेरे बारे में

कोई पूछे मेरे बारे में, तो कह देना इक लम्हा था जो गुज़र गया। कोई पूछे तेरे बारे में, मैं कह दूंगा इक लम्हा था जो मैं जी गया।

वो जो तस्वीर से

वो जो तस्वीर से गुफ़्तगू का हुनर जानते हैं … कहाँ है मोहताज किसी से बातचीत के।

हौंसला तुझ में

हौंसला तुझ में न था मुझसे जुदा होने का; वरना काजल तेरी आँखों का न यूँ फैला होता।

जिंदगी किसने बरबाद की

उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की , हमने ऊँगली उठाई और अपने ही दिल पर रख ली…

आईना के सामने

आईना के सामने आने से वो डरते है जो ताउम्र सच कहने का दम भरते हैं दर्पण

बैठें तो किस उम्मीद पर

बैठें तो किस उम्मीद पर बैठे रहे यहाँ, उठे तो उठ के जायें कहाँ तेरे दर से हम।

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