खेलना अच्छा नहीं

खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से… दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से…

नाजुक लगते थे

नाजुक लगते थे,जो हसीन लोग वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले!!

बडे लोगों से

बडे लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखनाजहां दरिया समन्दर से मिला,,,, दरिया नहीं रहता|

बेशक हासिल कुछ भी

बेशक हासिल कुछ भी नहीं उन्हें मगर फिर भी.. खुश है कुछ लोग अपनों को ही परेशान करके…

इस जहां में

इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग , रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग|

गम बिछड़ने का नहीं

गम बिछड़ने का नहीं करते खानाबदोश वो तो वीराने बसाने का हुनर जानते हैं|

महसूस कर रहा हूँ

महसूस कर रहा हूँ मैं खुद को अकेला काश़…तू आके कह दे…मैं हूँ तेरी ..

मुसीबतों से निखरती हैं

मुसीबतों से निखरती हैं शख्सियतें यारों……. जो चट्टानों से न उलझे वो झरना किस काम का…….

मत कूदो उस समंदर मे

मत कूदो उस समंदर मे जिसका कोई साहिल ना हो . आज हम तुम्हारे काबिल नही शायद कल तुम हमारे काबिल ना हो

हम भी फूलों कि तरह

हम भी फूलों कि तरह अपनी आदत से मजबूर है तोड़ने वाले को भी खूशबू की सजा देते है…!!

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