क्या पूछता है हम से तू ऐ शोख़ सितमगर, जो तू ने किए हम पे सितम कह नहीं सकते…
Category: Shayri
आज तक बहुत
आज तक बहुत भरोसे टूटे, मगर भरोसे की आदत नहीं टूटी।
मुझे मालूम है
मुझे मालूम है ऐसा कभी मुमकिन ही नहीं, फ़िर भी हसरत रहती है कि तुम याद करोगे|
बड़े निककमें है
बड़े निककमें है ये इश्क़ वाले कबूतर दाल की जात का सवाल नहीं करते |
टूटते अंधेरो से
टूटते अंधेरो से पूछना रौशनी की हकीकत आफ़ताब बिखर जाते है जब वक़्त पर भूख मिट जाये।
मत रहो दूर
मत रहो दूर हमसे इतना के अपने फैसले पर अफसोस हो जाये… कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी… के आप हमसे लिपटकर रोये और हम ख़ामोश हो जाये..!
किसी रिश्ते में निखार
किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता……….. बल्कि …… नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है…
वो दर्द ही क्या
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए! वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए! कभी तो समझो मेरी खामोशी को! वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!
मुझसे मोहब्बत में
मुझसे मोहब्बत में सलाह मांगते है लोग… तेरा इश्क़ मुझे ये तजुर्बा दे गया…
अगर ज़िंदगी मे
अगर ज़िंदगी मे कुछ पाना हो तो,अपने तरीके बदलो इरादे नही।