तूने मेरी मोहब्बत की

तूने मेरी मोहब्बत की गहराईयों को समझा ही नहीं ऐ सनम..! तेरे बदन से जब दुपट्टा सरकता था तो हम “अपनी” नज़रे झुका लेते थे..!

बड़े बड़े शुरमा भी

बड़े बड़े शुरमा भी मेरे अंदर डूब जाते हैं, मै हिंदुस्तान हूँ मुझमेँ सिकंदर डूब जाते हैं..!!

हजारों शेर मेरे सो गये

हजारों शेर मेरे सो गये कागज की कब्रों में अजब पिता हूँ कोई बच्चा मेरा ज़िन्दा नहीं रहता|

नींद आँखों में लिये

नींद आँखों में लिये, सुस्त पड़ी है कागज पर, थकान लफ्ज़ों की मेरे, उतरी नहीं अब तक…

ऐ ग़रीबी देख

ऐ ग़रीबी देख रस्ते में हमें मत छोड़ना… ऐ अमीरी दूर रह नापाक हो जाएँगे हम…

तुम्हारे ख्यालों मै

तुम्हारी बात तुम्हारे ख्यालों मै गुमसुम !! सभी ने देख लिया मुझको मुस्कुराते हुए !!

उसकी जब मर्जी होती है

उसकी जब मर्जी होती है वो हम से बात करती हैं. पर हमारा पागलपन तो देखो हम फिर भी पूरा दिन उसकी मर्जी का इंतजार करते हैं.

सितारों की फसलें

सितारों की फसलें उगा ना सका कोई मेरी ज़मीं पे कितने ही आसमान रहे |

यूँ तो मशहूर हैं

यूँ तो मशहूर हैं अधूरी मोहब्बत के, किस्से बहुत से……………!! मुझे अपनी मोहब्बत पूरी करके, नई कहानी लिखनी |

बारिश में रख दो

बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को, कि धुल जाए स्याही, ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का मन करता है कभी- कभी।।

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