मुझे सिर्फ वक्त गुजारने के लिए ना चाहा कर..ए जिंदगी मैं भी इन्सान हूँ और मुझे भी तकलीफ होती है|
Category: Love Shayri
हुस्न और इश्क
हुस्न और इश्क बहुत रोये गले मिल मिल कर…!! जाने क्या कह दिया दीवाने ने दीवाने से….
हमारे इश्क़ को
हमारे इश्क़ को झूठा कैसे कहा तुमने , जब तुमने हमे तुमसे इश्क़ करने से पहले ही ठुकरा दिया…!!
मेरी इन चढ़ी आँखों को
मेरी इन चढ़ी आँखों को ज़रा नम कर दे, ऐ मर्ज़ इस तकलीफ को ज़रा कम कर दे…!!
मैंने पूछा एक पल में
मैंने पूछा एक पल में जान कैसे निकलती है, उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया..
आज टूटा एक तारा
आज टूटा एक तारा देखा, बिलकुल मेरे जैसा था। चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा, बिलकुल तेरे जैसा था।।
हुस्न वाले जब
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।।
दर बदर पनाह को
दर बदर पनाह को भटकता है सच, झूठ महलों में अठखेलियाँ करता है…
सिर्फ बेहद चाहने से
सिर्फ बेहद चाहने से क्या होता है, नसीब भी होना चाहिए किसी का प्यार पाने के लिए।।
जादू वो लफ़्ज़ लफ़्ज़ से
जादू वो लफ़्ज़ लफ़्ज़ से करता चला गया, और हमने बात बात में हर बात मान ली।।