वो ज़हर देकर

वो ज़हर देकर मारता तो दुनियां की नज़रों में आ जाता, अंदाज़-ऐ-क़त्ल तो देखो मुहब्बत कर के छोड़ दिया …

बेवजह ज़िन्दगी जा रही थी..!

जीने की तुमसे वजह मिल गयी है.. बड़ी बेवजह ज़िन्दगी जा रही थी..!

दिल पागल है

दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है|

कुछ जख्म हैं

कुछ जख्म हैं कि दिखते नहीं, मगर ये मत समझिए कि दुखते नहीं.

अब ना करूँगा

अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने, . दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यू करना… …..

बहुत याद आते है

बहुत याद आते है वो पल ……. जिसमे आप हमारे और हम तुम्हारे थे…..

तेरे बाद खुद को

तेरे बाद खुद को इतना तनहा पाया, जैसे लोग हमें दफना के चले गए हो !!

दो ‪‎लब्ज़ क्या लिखे

दो ‪‎लब्ज़ क्या लिखे तेरी ‪याद‬ मे.. लोग कहने लगे तु आशिक‬ बहुत पुराना है|

तू पंख ले ले

तू पंख ले ले और मुझे सिर्फ हौंसला दे दे, फिर आँधियों को मेरा नाम और पता दे दे !!

हम निगाहों में थे

उसके तेवर समझना भी आसां नहीं बात औरों की थी, हम निगाहों में थे

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