इश्क़ बुझ चुका है । क्यूंकि हम ज़ल चुके हैं ।।
Category: याद
शाम ढलने से पहले
शाम ढलने से पहले चराग हमने बुझा दिए. . . . तुझसे ही सिखा है यूँ दिलो में अँधेरा करना..
बिन धागे की सुई
बिन धागे की सुई सी है ये ज़िंदगी….. सिलती कुछ नहीं, बस चुभती जा रही है.
मत जियो उसके लिए
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो | जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये
आरज़ू थी तुम्हारी
आरज़ू थी तुम्हारी तलब बनने की !! मलाल ये कि तुम्हारी लत लग गयी !!
तुम्हारे होते हुए भी
तुम्हारे होते हुए भी हम तनहा है, इससे बढ़कर क्या सबूत होगा तुम्हारी बेरुखी का !!
सादगी हो लफ़्ज़ों में…
सादगी हो लफ़्ज़ों में…तो यक़ीन मानिये… इज़्ज़त बेपनाह और दोस्त बेमिसाल मिल जाते हैं….
जब नहीं तुझको यक़ीं
जब नहीं तुझको यक़ीं तो अपना समझता क्यूँ है, रिश्ता रखता है तो फिर रोज़ परखता क्यूँ है !!
क्यो ना गुरूर करू
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे…. मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!
सुना है सब
सुना है सब कुछ मिल जाता है दुआ से, मिलते हो ख़ुद… या मांगू ख़ुदा से ।।