अरे हम तो हाथी को भी हवा में उड़ा दिया करते थे. . . . . . . . . . . . . . वो अलग बात है की अब चिड़ियाँ उड़, तोता उड़ खेलना छोड़ दिया..
Category: पारिवारिक शायरी
बेटे की तस्वीर
जिस बेटे की तस्वीर वो उम्र भर बटुए में लेकर घूमता रहा …. उसी बेटे ने आज दीवार से उसकी तस्वीर उतार दी …. #RespectYourParents
एक ही डाली के दो फूल
एक ही डाली के दो फूल.. अलग अलग अभिलाषा लिए पलते है..! बेटियां बडा होने से डरती है.. और बेटे बड़ा होने के लिए मचलते हैं..!!
मेरे लिए वो एक पल ही काफी है
मेरे लिए वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो, उस पल से ज्यादा तो ज़िन्दगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे…
जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ
जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ मगर, किसी के ऐतबार का नहीं..!!
खुश रहा करो
खुश रहा करो, क्यों कि परेशान होने से कल की मुश्किल दूर नहीं होती, बल्कि आज का सुकून भी चला जाता है..!!!
रहने की कुछ बेहतरीन जगहों में से
रहने की कुछ बेहतरीन जगहों में से एक जगह अपनी औक़ात भी है….!!
आवाज को नहीं
आवाज को नहीं , अपने अलफ़ाज़ को ले जाओ बुलंदी पर ।।। बादलों की गरज नहीं , बारिश की बौछार फूल खिलाती है ।।।
लोग क्या कहेंगे
“लोग क्या कहेंगे “, ये समझ कर जी रहे हैं तो फ़िर… “भगवान क्या कहेंगे” इसका भी विचार जरूर करना।
ये गंदगी तो महल वालो ने फैलाई है साहिब
ये गंदगी तो महल वालो ने फैलाई है साहिब… वरना गरीब तो सङको से थैलीयाँ तक उठा लेते है….!!!