थक गया हूँ रोटी के पीछे भाग भाग कर। थक गया हु सोती रातो मै जाग जाग कर।। काश मिल जाये वही बिता हुआ बचपन। जब माँ..खिलाती थी भाग भाग कर। और सुलाती थी जाग जाग कर।
Category: व्यंग्य शायरी
कोशिशें आज भी
कोशिशें आज भी जारी हैं हर वक्त मुस्कराने की! पर कमबख्त़ ये आँखें धोख़ा दे ही जाती हैं कोशिशें आज भी जारी हैं जख्मों को छुपाने की! पर कमबख्त़ ये दुनियाँ उन्हें कुरेद जाती है!
करीब का रिश्ता
कड़वा सच……… . गरीब से करीब का रिश्ता भी छुपाते है लोग…… . और अमीरो से दूर का रिश्ता भी बढ़ा-चढ़ा कर बताते है लोग…… ? चाहें कितना भी कमा लो लेकिन कभी घमंड न करना, क्योकि शतरंज का खेल खत्म होते ही राजा और मोहरे एक ही डिब्बे में रख दिए जाते हैं।
Rango Ko Chun Raha
Rango Ko Chun Raha Tha Ke Kaliya Bikhar Gai, Lamho Ke Aitbaar Me Sadiya Guzar Gayin..
किसी को तकलीफ
किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नही, बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नही…! मैं अपने गम में रहता हूँ नबाबों की तरह, परायी खुशियो के पास जाना मेरी आदत नही…! सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मै, किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नही…! बांटना चाहता हूँ तो बस प्यार और मोहब्बत,… Continue reading किसी को तकलीफ
हवा से कह दो
हवा से कह दो खुद को आज़मा के दिखाये, बहुत चिराग बुझाती है एक जला के दिखाये.
लोग कहते हैं
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता, शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!! किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में, यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता…!! अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर, अंधेरों में तुम तो मिल जाते… Continue reading लोग कहते हैं
उसी की बात से है
काबे में रहो या काशी में निस्बत तो उसी की ज़ात से है, तुम राम कहो कि अल्लाह कहो मतलब तो उसी की बात से है”..
दिल से ज्यादा
दिल से ज्यादा महफूज जगह नहीं है दुनिया में, लेकिन सबसे ज्यादा लापता लोग यहाँ से ही होते है…॥
तोहफा लाने निकला था
आज तोहफा लाने निकला था शहर में तेरे लिए, कम्बखत खुद से सस्ता कुछ ना मिला।।