हर इसांन की

हर इसांन की ख्वाहिश होती है कि सब उसे पहचाने , पर , ये भी चिंता सताती है, कि कोई सही में पहचान न ले…

मेरी गलतियां मुझसे

मेरी गलतियां मुझसे कहो दूसरो से नहीं, कियोंकि सुधार ना मुझे है उनको नही….. …………

रात के गुल्लक

रात के गुल्लक में… तुम्हारे…. ख्वाबो के सिक्के…. जमा करता हूं …!!

होगी कितनी चाहत

होगी कितनी चाहत उस दिल मे…जो खुद ही मान जाये, कुछ पल खफा होने के बाद…!!!

फोड़ देती है

फोड़ देती है अपना गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है

जरा सम्भल के

जरा सम्भल के रहना उन इंसानो से दोस्तों… जिन के दिल मे भी दिमाग होता है…!!

तेरे बग़ैर इश्क़

तेरे बग़ैर इश्क़ हो तो कैसे हो इबादत के लिए ख़ुदा भी तो ज़रूरी होता है…..

बुरा मान गये!

गले से उन को लगाया तो बुरा मान गये! यूँ नाम ले के बुलाया तो बुरा मान गये! ये हक़ उसी ने दिया था कभी मुज को लेकिन; जो आज प्यार जताया तो बुरा मान गये! जो मुद्द्तों से मेरी नींद चुरा बैठे है; में उस के ख्वाब में आया तो बुरा मान गये! जब… Continue reading बुरा मान गये!

लोग चाहते हैं कि

लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें, लेकिन ये भी सत्य है कि वो कभी नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें !!!” दूनिया का उसूल है जब तक काम है तब तक तेरा नाम है वरना दूर से ही सलाम है

अक्सर चाकू-छुरी वही खोलते है

अक्सर चाकू-छुरी वही खोलते है जो कमज़ोर होते है, वरना हम जैसों का तो सारा काम मान-सम्मान से ही हो जाता है।।

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