तुझे भी इजाजत है

सब छोड़े जा रहे है आजकल हमें,,,,, ” ऐ जिन्दगी ” तुझे भी इजाजत है,,,, जा ऐश कर…ll

मुमकिन नहीं की

कोई तो लिखता होगा इन कागजों और पत्थरों का भी नसीब । वरना मुमकिन नहीं की कोई पत्थर ठोकर खाये और कोई पत्थर भगवान बन जाए । और कोई कागज रद्दी और कोई कागज गीता और कुरान बन जाए ।।

बुलंदी देर तक

बुलंदी देर तक किस शख्श के हिस्से में रहती है बहुत ऊँची इमारत हर घडी खतरे में रहती है ।

आज कल हर इंसान

“समझदार” एक मै हूँ बाकि सब “नादान”.. बस इसी भ्रम मे घूम रहा आज कल हर “इंसान”.!!

तरीके बदल जाते है

नसीहतें और दुआए बदलती नहीं है.. देने वाले लोग और तरीके बदल जाते है..

ज्यादा मुश्किल है

ज़ुबान की हिफाज़त….. दौलत से ज्यादा मुश्किल है…

बस इतना कहूगाँ

जो बुरे वक्त मेँ मेरे साथ था उनके लिए मैँ बस इतना कहूगाँ….. मेरा अच्छा वक्त सिर्फ तुम्हारे लिए होगा…..!!

आधा अधूरा इश्क़

ये बुजदिलों की तरह आधा अधूरा इश्क़ हमसे नहीं होता .. . . . हम जब भी करेंगे मोहब्बत बेइन्तहां ही होगी.

Logon k liye

Kanoon to Sirf Bure Logon k liye hota hai……… Ache Log to Sharm se hi Mar jaate hai…….

ख्वाहिशों का बोझ

उनका कन्धा ना जाने ईश्वर ने कितना मजबूत बनाया है, मेरी ख्वाहिशों का बोझ उठाते हुए माँ ने कभी उफ़ तक नहीं किया….

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