kitaab hain zindagi

Lamho ki ek kitaab hain zindagi, Saanso aur khyalo ka hissab hai zindagi Kuch jarurate puri kuch khwaishe aduri Bas inhi sawalon ka jawab hain zindagi.

कुछ अलग ही

कुछ अलग ही करना है तो वफा करो दोस्त, वरना मजबूरी का नाम ले कर बेवफाई तो सभी करते है !

दिल के उजले

दिल के उजले कागज़ पर हम कैसा गीत लिखें बोलो तुमको ग़ैर लिखें या अपना मीत लिखें नीले अम्बर की अंगनाई में तारों के फूल मेरे प्यासे होटों पर है अंगारों के फूल इन फूलों को आख़िर अपनी हार या जीत लिखें कोई पुराना सपना दे दो और कुछ मीठे बोल लेकर हम निकले हैं… Continue reading दिल के उजले

लो अपना बना कर..

सुनो… तुम ही रख लो अपना बना कर.. औरों ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझकर..!!

हमसे इश्क़ करके

परेशां है वो हमसे इश्क़ करके वफादारी की नौबत आ गई है….

अपनी यादों को ज़रा

समझा दो तुम, अपनी यादों को ज़रा… … वक़्त बे-वक़्त तंग करती हैं मुझे, कर्जदारों की तरह ।

परेशान हुआ है

मुद्दतों बाद आज फिर परेशान हुआ है ये दिल ….,,, ना जाने किस हाल मै होगा मुझसे रूठने वाला !!

बुझने लगी हो

बुझने लगी हो आंखे तेरी, चाहे थमती हो रफ्तार उखड़ रही हो सांसे तेरी, दिल करता हो चित्कार दोष विधाता को ना देना, मन मे रखना तू ये आस “रण विजयी” बनता वही, जिसके पास हो “आत्मविश्वास”

तेरी दी हुई तन्हाई

बह चुभती है मेरी आंखों में अँधेरा हमसफ़र लगता है तेरी दी हुई तन्हाई का असर ये है अपने आप से डर लगता है

हां और ना

हां और ना दोनों एक ही शब्द है, जिन्हें जवाब मिला वो बर्बाद ही हुआ है..

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