सपना कभी साकार नहीं होता

सपना कभी साकार नहीं होता, मोहब्बत का कोई आकार नहीं होता, सब कुछ हो जाता है इस दुनियां में, मगर दोबारा किसी से प्यार नहीं होता।

रास्ता छोड़ देते हैं ….

रुकावटें तो जिंदा इंसानों के लिए हैं….। ‘अर्थी’ के लिए तो सब रास्ता छोड़ देते हैं ….।

खुशीयाँ तकदीर में

खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है..

सुखे पत्तों की तरह

सुखे पत्तों की तरह बिखरा हुआ था मैं , किसी ने बड़े प्यार से समेटा……. .फिर आग लगा दी !

कभी इतना मत मुस्कुराना

कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की, हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती….!!!

लुटा चुका हूँ

लुटा चुका हूँ बहुत कुछ अपनी जिंदगी में यारो मेरे वो ज़ज्बात तो ना लूटो, जो लिखकर बयाँ करता हूँ|

ठान लिया था

ठान लिया था कि अब और शायरी नही लिखेंगे पर उनका पल्लू गिरा देखा और अल्फ़ाज़ बग़ावत कर बैठे|

किस्सा बना दिया

किस्सा बना दिया एक झटके में उसने मुझे, जो कल तक मुझे अपना हिस्सा बताता था !!

जिंदा रहने की ख्वाहिश

किसी के अंदर जिंदा रहने की ख्वाहिश में … हम अपने अंदर मर जाते हैं …

हज़ार महफ़िलें है….

हज़ार महफ़िलें है…. लाख मेले है…. जब तक तू ना मिले….. हम अकेले ही है…..

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