देहरी पर टकटकी लगाये सोच रही माँ बच्चे छोड़ गए अब मुझे प्यार से कौन सताएगा |
Tag: Nice Shayari
बेगुनाह कोई नही
बेगुनाह कोई नही, सबके अपने राज़ होते है… किसी के छुप जाते है, तो किसी के छप जाते है….
कब वो ज़ाहिर होगा
कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे जितनी भी मुश्किल में हूँ आसान कर देगा मुझे|
मिटटी महबूबा सी
मिटटी महबूबा सी नजर आती है गले लगाता हूँ तो महक जाती है ।।
कई आँखों में
कई आँखों में रहती है कई बांहें बदलती है, मुहब्बत भी सियासत की तरह राहें बदलती है|
वो मोहब्बत थी
वो मोहब्बत थी इसलिए ही जाने दिया…अगर जिद होती तो अब तक बांहो में होती…
उस तस्वीर का
उस तस्वीर का एक हिस्सा खो गया मुझसे, जिस तस्वीर में उस का हाथ था मेरे हाथ में.!!
कुछ लोग मुझे
कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे, सच कहूँ वो सिर्फ कहाँ ही करते थे..
चिंगारियाँ न डाल
चिंगारियाँ न डाल मिरे दिल के घाव में मैं ख़ुद ही जल रहा हूँ ग़मों के अलाव में |
वादे पे वो ऐतबार नहीं करते
वादे पे वो ऐतबार नहीं करते, हम जिक्र मौहब्बत सरे बाजार नहीं करते, डरता है दिल उनकी रुसवाई से, और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते।।