कौन कहता है

कौन कहता है कुछ नही बदला अब में उसे”आप”कहता हूँ

अब यादे तुम्हारी…

हले तुम , अब यादे तुम्हारी… आखिर दुश्मनी क्या है मुझसे तुम्हारी ..!

मोहब्बत को खोकर भी

अपनी मोहब्बत को खोकर भी जो संभल जाते है, बहोत मजबूत हो जाते है वो लोग जिन्दगी में !!

बरसात के मकोड़े

बरसात के मकोड़े हमें यही सिखाते है… की…….जिनके पंख लग जाते है वो कुछ ही दिनों के मेहमान होते है ।!

पाने की बेकरारी

पाने की बेकरारी और खोने की दहशत, इन्हीं बेचैनियों का नाम है मोहब्बत

दूर रह कर भी

उसका नजर से दूर रह कर भी, मेरी हर सोंच में हमेशा रहना….. किसी के पास रहने का तरीका हो, तो ऐसा ही हो….

बड़ा अहसान है

बड़ा अहसान है तेरी सभी नफरतों का मुझपे, तुझसे मिली एक ठोकर ने मुझे चलना सिखा दिया…

जब तक है

जब तक है ये सांस निभा लो साथ अफसोस ही रहता है, बिछड़ जाने के बाद…!!!

हम भी कभी

हम भी कभी अपनो की उदासी दूर किया करते थे, पर जब आज हम तन्हा है तो पूछने वाला कोई नही !!!

यहाँ लोग गिनाते है

यहाँ लोग गिनाते है खूबियां अपनी मैं अपने आप में खामियां तलाश करता हूँ

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