दिल भी जिद पर अडा है

दिल भी जिद पर अडा है बच्चे की तरह, या तो वो चाहिए या फिर कुछ नहीं !!

सादगी तो देखो

सादगी तो देखो उन नज़रो की …..!! .हमसे बचने की कोशिष में बार बार हमें ही देखती है !!!!

कुछ फासले ऐसे भी

कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..

वो सुना रहे थे

वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से। हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए

माना की आज

माना की आज इतना वजुद नही हे मेरा पर… बस उस दिन कोई पहचान मत निकाल लेना जब मे कुछ बन जाऊ…

कहाँ तलाश करोगे

कहाँ तलाश करोगे तुम दिल हम जैसा.., जो तुम्हारी बेरुखी भी सहे और प्यार भी करे…

कल ख़ुशी मिली थी

कल ख़ुशी मिली थी जल्दी में थी, रुकी नहीं….

तेरी मोहब्बत तो

तेरी मोहब्बत तो जैसे सरकारी नौकरी हो, नौकरी तो खत्म हुयी अब दर्द मिल रहा है पेंशन की तरह!

सरेआम न सही

सरेआम न सही फिर भी रंजिश सी निभाते है.. किसी के कहने से आते किसी के कहने से चले जाते..

बहुत आसाँ हैं

बहुत आसाँ हैं आदमी का क़त्ल मेरे मुल्क में, सियासी रंजिश का नाम लेकर घर जला डालो…..

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