वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी। वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया ।।
Category: Shayariव्यंग्य शायरी
हो सके तो रहना…
हो सके तो रहना… तुम साथ मेरे हो बुरे या अच्छे… हालात मेरे
ना जाया कर मुझको
ना जाया कर मुझको यूँ अकेला छोड़ कर… सुबह शाम ही नहीं, मुझे सारा दिन तेरी जरूरत है……!!!
कभी-कभी बहुत सताता है
कभी-कभी बहुत सताता है यह सवाल मुझे.. हम मिले ही क्यूं थे जब हमें मिलना ही नहीं था…
कुछ फासले ऐसे भी
कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..
जो बेसब्र ना हो
जो बेसब्र ना हो, तो फिर वो मुहब्बत कैसी…..
अब जी के बहलने की
अब जी के बहलने की है एक यही सूरत बीती हुई कुछ बातें हम याद करें फिर से
मैं तो हर पल
मैं तो हर पल ख़ुशी देती हूँ तुम्हें, तुम ये गम लाते कहाँ से हो।।
सब ही तारीफ़ करते हैं
सब ही तारीफ़ करते हैं मेरी तहरीरों की, कभी कोई नहीं सुनता मेरे लफ़्ज़ों की सिसकियां |
एक हँसती हुई परेशानी
एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।