डूब कर सूरज ने

डूब कर सूरज ने मुझे और भी तनहा कर दिया । मेरा साया भी अलग हो गया मेरे अपनों की तरह

जिन रिश्तों में

जिन रिश्तों में हर बात का मतलब समझाना पड़े,.. और,सफाई देनी पड़े वो रिश्ते रिश्ते नही बोझ हैं …

तेरे आगोश में

तेरे आगोश में मिल जाये पनाह , हाय में इतनी खुशनसीब कहा|

एक ही ख्वाब ने

एक ही ख्वाब ने सारी रात जगाया हैं, मैंने हर करवट सोने की कोशिश की हैं|

वक़्त बड़ा धारदार होता है

वक़्त बड़ा धारदार होता है, कट तो जाता है मगर काटने के बाद।

इस सलीक़े से

इस सलीक़े से मुझे क़त्ल किया है उसने, अब भी दुनिया ये समझती है की ज़िंदा हूँ मैं|

माफ़ी वही दे सकता है

माफ़ी वही दे सकता है जो अंदर से मज़बूत हो, खोखले इंसान सिर्फ बदले की आग में जलते रहते है|

तेरी आँखो से

तेरी आँखो से खुलते हैं सवेरों के उफुक, तेरी आँखो में ही बंद होती हैं ये सीप सी रात, तेरी आँखे हैं या सजदे में है मासूम नमाज़ी, जब भी खुलती है पलक यूं गूंज के उठती है नज़र, जैसे मन्दिर में जले जरस की नमनाक हवा, और झुकती है तो बस जैसे अजां खत्म… Continue reading तेरी आँखो से

ऐसी भी क्या

ऐसी भी क्या वफ़ा की कहानी थी रो पड़े कुछ सिलसिले चले थे मगर रात हो गई|

मैने कब कहा

मैने कब कहा किसी को कि याद रखे हर कोई मुझको मगर मुझे भूला पाना मुमकिन है बस मेरी ही शर्तो पर ……

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