हर इसांन की ख्वाहिश होती है कि सब उसे पहचाने , पर , ये भी चिंता सताती है, कि कोई सही में पहचान न ले…
Tag: शर्म शायरी
मेरी गलतियां मुझसे
मेरी गलतियां मुझसे कहो दूसरो से नहीं, कियोंकि सुधार ना मुझे है उनको नही….. …………
लोग चाहते हैं कि
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें, लेकिन ये भी सत्य है कि वो कभी नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें !!!” दूनिया का उसूल है जब तक काम है तब तक तेरा नाम है वरना दूर से ही सलाम है
वक़्त मिला उसे
वक़्त मिला उसे तो हमें भी याद कर ही लेगा वो, फ़ुरसत के लम्हों में हम भी बड़े ख़ास हैं उसके लिए.
यूँ तो सिखाने
यूँ तो सिखाने को जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है मगर,,, झूठी हंसी हँसने का हुनर तो बस मोहब्बत ही सिखाती है!!!
उस शख्स में
उस शख्स में बात ही कुछ ऐसी थी, दिल नहीं देते तो जान चली जाती..
ये मत सोचो
ये मत सोचो तुम छोङ दोगे तो हम मर जायेँगे , वो भी जी रहे है जिनको तेरी खातिर हमने छोङा था .
अजीब तरह के
अजीब तरह के इस दुनीया में मेले है, दीखती भीड़ है और चलते सब अकेले है..!!
दुनिया तो टूटते
दुनिया तो टूटते हुए तारे से भी दुआ मांगती हैं, कौन कहता है बरबादी किसी के काम नहीं आती
जिदंगी पर बस
जिदंगी पर बस इतना लिख पाया हूँ ” मैं ”, बहुत मजबूत ” रिश्ते ” थे कुछ कमजोर लोगों से