बड़े सपनो की चर्चा कभी छोटी सोच वालो से मत करो !!!
Tag: व्यंग्य
किस के लिए
किस के लिए जन्नत बनाई तूने ए खुदा . कौन है इस जहाँ में जो गुनाहगार नहीं…
मत कर हिसाब
मत कर हिसाब तूं मेरी मोहब्बत का, नहीं तो ब्याज में ही तेरी जिन्दगी गुजर जायेगी
अपनी मज़ार तो बता !
हम रोज अपने खून का दिया जलाएंगे, ऐ इश्क़ तू इक बार अपनी मज़ार तो बता !
ग़मज़दा साँसों की
ग़मज़दा साँसों की ख़ुदख़ुशी देखो…!!!इन्हें तू चाहिए ज़िंदा रहने के लिए…!!!
हर वक्त तेरे
हर वक्त तेरे ख्याल रहते हैं मुझे घेरे, जैसे मेरे हर एहसास भी हो गये तेरे..!!
धड़कने मेरी बेचैन रहती है
धड़कने मेरी बेचैन रहती है आजकल, क्यूंकि तेरे बगैर ये धड़कती कम और तड़पती ज्यादा है !!❗❗❗
हर वक्त तेरे
हर वक्त तेरे ख्याल रहते हैं मुझे घेरे,जैसे मेरे हर एहसास भी हो गये तेरे..!!
मेरे लफ्जो की पहचान
मेरे लफ्जो की पहचान अगर कर लेती वो तो… उसे मुझसे नहीं खुदसे मोहब्बत हो जाती…!!
अब इंतज़ार की आदत
अब इंतज़ार की आदत भी छोड़नी होगी.. उसने साफ साफ कह दिया भूल जाओ मुझे