लोग कहते है की सच्चे प्यार की हंमेशा जीत होती है,परंतु होती कब है ये भी बता देते !!
Tag: वक्त शायरी
ज़िंदगी में आईना..
ज़िंदगी में आईना..जब भी उठाया करो… पहले खुद देखो फिर दिखाया करो..
निकाल दिया उसने
निकाल दिया उसने हमें, अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!
सीधी और साफ हो…
परवाह नहीं चाहे जमाना कितना भी खिलाफ हो, चलूँगा उसी राह पर जो सीधी और साफ हो…!
कोई था दिल में
कोई था दिल में,जो खो गया है शायद वरना आईने में अश्क़ इतना धुन्धला ना होता..!!
बैठ कर किनारे पर
बैठ कर किनारे पर मेरा दीदार ना कर मुझको समझना है तो समन्दर में उतर के देख !!
सोचा ही नहीं था..
सोचा ही नहीं था.. जिन्दगी में ऐसे भी फ़साने होगें…!! रोना भी जरूरी होगा.. और आँसू भी छुपाने होगें…!!!
धरती पर शिद्दत से
आज भी आदत में शामिल है, उसकी गली से होकर घर जाना.
ख़ुद को बिखरते देखते हैं
ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं
दबे पाँव आती रही
दबे पाँव आती रही यादें सब तुम्हारी, एक बार भी यादों के संग तुम नहीं आये…