जिन रिश्तों में

जिन रिश्तों में हर बात का मतलब समझाना पड़े,.. और,सफाई देनी पड़े वो रिश्ते रिश्ते नही बोझ हैं …

मैं आया तो

मैं आया तो था पर मोहब्बतें, इश्क लेकर, यहाँ तो सब जख्मों के इलाज ढूंढ रहे हैं|

तेरे आगोश में

तेरे आगोश में मिल जाये पनाह , हाय में इतनी खुशनसीब कहा|

साथ चलता है

साथ चलता है दुआओं का काफिला, किस्मत से कह दो, अभी तन्हा नहीं हूं मै….

मुझे नशा है

मुझे नशा है तुझे याद करने का और, ये नशा में सरेआम करता हूँ|

रोते-रोते थक कर

रोते-रोते थक कर जैसे कोई बच्चा सो जाता है.. हाल हमारे दिल का अक्सर कुछ ऐसा ही हो जाता है|

या तो क़ुबूल कर

या तो क़ुबूल कर,मेरी कमज़ोरियों के साथ या छोड़ दे मुझे, मेरी तनहाइयों के साथ|

अच्छा किया जो

अच्छा किया जो तुमने गुनहगार कह दिया मशहूर हो गया हूँ मैं, बदनामियों के साथ |

जानता था की

जानता था की वो धोखा देगी एक दिन पर चुप रहा.. . क्यूंकि उसके धोखे में जी सकता हूँ पर उसके बिना नहीं…

सिर्फ बेहद चाहने से

सिर्फ बेहद चाहने से क्या होता है… नसीब भी होना चाहिए किसीका प्यार पाने के लिए…

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