जिन रिश्तों में हर बात का मतलब समझाना पड़े,..
और,सफाई देनी पड़े वो रिश्ते रिश्ते नही बोझ हैं …
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जिन रिश्तों में हर बात का मतलब समझाना पड़े,..
और,सफाई देनी पड़े वो रिश्ते रिश्ते नही बोझ हैं …
मैं आया तो था पर मोहब्बतें, इश्क लेकर,
यहाँ तो सब जख्मों के इलाज ढूंढ रहे हैं|
तेरे आगोश में मिल जाये पनाह ,
हाय में इतनी खुशनसीब कहा|
साथ चलता है दुआओं का काफिला,
किस्मत से कह दो, अभी तन्हा नहीं हूं मै….
मुझे नशा है तुझे याद करने का
और,
ये नशा में सरेआम करता हूँ|
रोते-रोते थक कर जैसे कोई बच्चा सो जाता है..
हाल हमारे दिल का अक्सर कुछ ऐसा ही हो जाता है|
या तो क़ुबूल कर,मेरी कमज़ोरियों के साथ
या छोड़ दे मुझे, मेरी तनहाइयों के साथ|
अच्छा किया जो तुमने गुनहगार कह दिया
मशहूर हो गया हूँ मैं, बदनामियों के साथ |
जानता था की वो धोखा
देगी एक दिन पर चुप रहा..
.
क्यूंकि उसके धोखे में जी
सकता हूँ पर उसके बिना नहीं…
सिर्फ बेहद चाहने से क्या होता है…
नसीब भी होना चाहिए किसीका प्यार पाने के लिए…