कैसी उम्र में

कैसी उम्र में आ कर मिले हों हमसे, जब हाथों की मेंहंदी बालों में लग रही है।

ज़िंदगी के ये सवालात

ज़िंदगी के ये सवालात कहाँ थे पहले, इतने उलझे हुए हालात कहाँ थे पहले..

तू डूबने से

तू डूबने से यकीनन मुझे बचा लेगा, मगर तेरा एहसान मार डालेगा..

मैं तो हर पल

मैं तो हर पल ख़ुशी देती हूँ तुम्हें, तुम ये गम लाते कहाँ से हो।।

हुस्न वाले जब

हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।।

ना जाने कौनसी

ना जाने कौनसी दवा है उसके पास, कुछ पल साथ गुजार लूं तो सुकून सा मिलता है।।

दिल से पूछो तो

दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो, ये ओर बात है कि किस्मत दग़ा कर गयी।।

तेरे याद के बिना

तेरे याद के बिना रात मुकम्मल ही नहीं होती, देख तेरी कितनी आदत सी हो गई है मुझे।।

अजीब भूल है तुम्हारी

तुमहे भूलेंगे और वो भी हम?? उफ्फ़ कितनी अजीब भूल है तुम्हारी।।

मोहब्बत आज भी

मोहब्बत आज भी करते है एक दूसरे से, पर बताते अब वो भी नहीं और जताते हम भी नहीं।।

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