ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नहीं था तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं था तेरे लिये रातो में चाँदनी उगाई थी क्यारियों में खुशबू की रोशनी लगाई थी जाने कहाँ टूटी है डोर मेरे ख्वाब की ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीँ था शामियाने शामो के रोज ही सजाएं थे कितनी उम्मीदों के… Continue reading सोचा तो नहीं था
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रात के गुल्लक
रात के गुल्लक में… तुम्हारे…. ख्वाबो के सिक्के…. जमा करता हूं …!!
होगी कितनी चाहत
होगी कितनी चाहत उस दिल मे…जो खुद ही मान जाये, कुछ पल खफा होने के बाद…!!!
फोड़ देती है
फोड़ देती है अपना गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है
जरा सम्भल के
जरा सम्भल के रहना उन इंसानो से दोस्तों… जिन के दिल मे भी दिमाग होता है…!!
तेरे बग़ैर इश्क़
तेरे बग़ैर इश्क़ हो तो कैसे हो इबादत के लिए ख़ुदा भी तो ज़रूरी होता है…..
बुरा मान गये!
गले से उन को लगाया तो बुरा मान गये! यूँ नाम ले के बुलाया तो बुरा मान गये! ये हक़ उसी ने दिया था कभी मुज को लेकिन; जो आज प्यार जताया तो बुरा मान गये! जो मुद्द्तों से मेरी नींद चुरा बैठे है; में उस के ख्वाब में आया तो बुरा मान गये! जब… Continue reading बुरा मान गये!
लौटा देता कोई
लौटा देता कोई एक दिन नाराज़ हो कर … काश बचपन भी मेरा कोई अवॉर्ड होता…
ऐ उम्र कुछ
ऐ उम्र कुछ कहा मैंने, शायद तूने सुना नहीं…. तू छीन सकती है बचपन मेरा , बचपना नहीं…
कहाँ छुपा के
कहाँ छुपा के रख दूँ मैं अपने हिस्से की शराफत ! जिधर भी देखता हूँ !! उधर बेईमान खड़े हैं !