क्या ऐसा नही हो सकता …

क्या ऐसा नही हो सकता ….. हम प्यार मांगे, और तुम गले लगा कर कहो…. “और कुछ”

कौन कहता है

कौन कहता है तस्वीरें जुआ नहीं खेलती… हर दिल हारा है… तेरी सूरत देखकर…!!!

थोड़ी सी तकलीफ

थोड़ी सी तकलीफ थोड़ी सी तन्हाई रहती है हरदम.. हां…मैं उसकी यादों के बाजार में टहलता हूँ।

बात मोहब्बत की थी

बात मोहब्बत की थी, तभी तो लूटा दी जिंदगी तुझ पे……!जिस्म से प्यार होता तो….तुझ से भी हसीन चेहरे बिकते है,बाजार में….!!

हो सके तो

हो सके तो, अब के कोई सौदा न करना मैं पिछली मोहब्बत में, सब हार आया हूँ…………

धड़कनें गूंजती हैं

धड़कनें गूंजती हैं सीने में इतने सुनसान हो गए हैं हम…

वो सुना रहे थे

वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से। हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए

बड़े सुकून से

बड़े सुकून से वो रहता है आज कल मेरे बिना, जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे…

कोई ऐसी सुबह भी

कोई ऐसी सुबह भी मिले मुझे, के मेरी आँख खुले तेरी आवाज से..

जो तालाबों पर

जो तालाबों पर चौकीदारी करते हैँ… वो समन्दरों पर राज नहीं कर सकते..!!!

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