बहुत सोंचा बहुत समझा

बहुत सोंचा बहुत समझा बहुत देर तक परखा, तनहा हो के जी लेना मोहब्बत से बेहतर है!

अकेला चलता रहेगा ..

ऐ वक्त तु जरा एक मुकाम तो हासिल करले कब तक यूं ही अकेला चलता रहेगा ..❗❗❗

कोई कहता है

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है! कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है! पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से, तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है …

पसंद करने लगे हैं

पसंद करने लगे हैं अब शायरी मेरी मतलब मुहब्बत सिर्फ मैंने ही नहीं की।

खुदा की बंदगी

खुदा की बंदगी शायद अधूरी रह गयी,तभी तेरे मेरे दरमियाँ ये दूरियाँ रह गयी|

यकीन नहीं होता

तुम्हारे लिये मिट जाने का इरादा था .. तुम ही मिटा दोगे….. यकीन नहीं होता

ग़ुलाम हूँ अपने घर की

ग़ुलाम हूँ अपने घर की तहज़ीब का वरना लोगों को औकात दिखाने का हूनर भी रखता हूँ|

माना कि औरों के

माना कि औरों के जितना पाया नहीं… पर.. खुश हूँ कि कभी स्वयं को गिरा कर कुछ उठाया नहीं..

बरसती फुहारों में

बरसती फुहारों में भीग कर आराम सा लगता है किसी फरिश्ते का नशीला भरा जाम सा लगता है अक्सर देखता हूं मतलब में भागती इस दुनिया को हर शख्स यहाँ बईमान सा लगता है |

मै रात भर

मै रात भर सोचता रहा मगर फैंसला न कर सका, तू याद आ रही है या मैं याद कर रहा हूँ…

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